अमरोहा21 मिनट पहले
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जवान को अंतिम विदाई देने पहुंचा जन सैलाब।
अमरोहा के लाल की दो दिन पहले जम्मू कश्मीर में गोली लगने से मौत हो गई थी। बुधवार को उनका शव लेने के लिए गांव से परिजन रवाना हो गए थे। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उनके पार्थिव शरीर को एम्बुलेंस से लेकर गुरुवार सुबह गांव पहुंचे।
अपने गांव के बेटे को देखकर हर किसी की आंख नम हो गई। पूरा गांव जवान के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। जवान के घर में कोहराम मचा हुआ है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।

तेजपाल की पत्नी दीपिका अपने एक माह के बेटे के साथ।
फैमली के साथ घूमने जाने का बनाया था प्लान
तेजपाल की शादी लगभग एक साल पहले दीपिका से हुई थी। तेजपाल का दो माह का बेटा भी है। पत्नी दीपिका का कहना है कि उनके पति अपनी जॉब से दुखी नहीं थे। वो रोज उनसे बात करती थी। उन्होंने फोन पर कहा था कि जनवरी में वो घर आएंगे। फिर बेटे के साथ कहीं घूमने चलेंगे। लेकिन अब वो अपने बेटे को उसके पापा के बारे में क्या बताएंगी।
आत्महत्या करने की बात आ रही है सामने
बताया जा रहा है कि तेजपाल ने जम्मू कश्मीर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है। जबकि परिजन आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद होने की बात कह रहे हैं।
पत्नी दीपिका ने अपने पति को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की है। साथ आए अन्य सैन्य कर्मियों ने मामले में जांच किए जाने की बात कही है। लेकिन परिवार के लोग मानने को तैयार नही हैं। उनकी एक ही मांग है कि जवान को शहीद का दर्जा दिया जाए।
कनपटी पर गोली लगने से हुई मौत
तेजपाल के पिता रामपाल सिंह ने बताया कि उनके पांच पुत्रों में से चौथे नंबर के तेजपाल सिंह करीब छह साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी जम्मू-कश्मीर के रामबन के बनिहाल में चल रही थी।
मंगलवार की शाम उनके बेटे की आतंकियों से मुठभेड़ हुई। जिसमें कनपटी के पास गोली लगने से वो शहीद हो गए हैं। लेकिन अधिकारी आत्महत्या किए जाने की बात कह रहे हैं।