दरभंगाएक घंटा पहले
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दरभंगा शहर के कामेश्वर सिंह दरभंगा विश्वविद्यालय परिसर में विरोध जताते हुए प्रतिकुलपति के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का कहना था कि कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय से संचालित दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बिहार का निजी साधन संपन्न एवं एकमात्र आयुर्वेद महाविद्यालय है। आयुर्वेद की परीक्षाएं कोरोना के दौरान सितंबर 2021 में हुई थी, परीक्षा केन्द्र दरभंगा मुख्यालय में ही था।
सारी परीक्षाएं कदाचार मुक्त हुईं थी।परीक्षा के 7 माह बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं होने से नाराज छात्र-छात्राओं ने अपना बिरोध जताया।छात्र-छात्राओं ने परीक्षा केन्द्र पर अपने साथ प्रतिकुलपति द्वारा किये गए अमानवीय व अमर्यादित व्यवहार की सूचना लिखित रूप से राजभवन, मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को दी, लेकिन अबतक इस दिशा में कोई कार्रवाई नही हुई।
इससे आजिज होकर विश्वविद्यालय में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करना पड़ा। बताया गया कि बिहार सरकार के निर्देशानुसार किसी भी परीक्षा की समाप्ति के 60 दिनों के अंदर रिजल्ट घोषित हो जाना चाहिए। लेकिन प्रति कुलपति छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते है।
कुलपति के द्वारा छात्रों के प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर उनसे ज्ञापन लेकर यह आश्वासन दिया गया कि आप लोगों का परीक्षाफल तैयार हो चुका है कल दिनांक 19 04-2022 को परीक्षा परिषद् की आपात बैठक हेतु हमारे द्वारा पत्र निर्गत किया जा चुका है, कल की बैठक में आपलोगा के परीक्षाफल प्रकाशन हेतु निर्णय कर लिया जाएगा एवं 25-04-2022 तक सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करके आपके महाविद्यालय में परीक्षाफल का प्रकाशन कर दिया जाएगा