नई दिल्ली: हर सुबह आप अपने घर की साफ-सफाई करते होंगे. आप नहीं तो आपकी मेड डस्टर, झाड़ू और पोछा लेकर सफाई करती होगी. मगर कुछ घंटों बाद या अगले दिन घर में फिर से धूल आ जाती है. क्या आपने सोचा है कि घर में इतनी धूल कैसे आती है. हवा में मौजूद डस्ट पार्टिकल, गर्दा, कीड़े-मकौड़ों द्वारा फैलाए जाने वाली गंदगी आदि तो घर की धूल का हिस्सा होते ही हैं पर क्या आप जानते हैं कि घर की धूल (Dust) में एक ऐसी चीज भी मिली होती है जो आपके शरीर में मौजूद है.
घर की धूल होती है डेड स्किन सेल?
वैज्ञानिकों के मुताबिक आपके शरीर की मृत कोशिकाएं यानी डेड स्किन सेल (Dead skin cell in house dust) भी घर की धूल का हिस्सा होती है जिसे आप रोज झाड़ते हैं. इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के शोध के मुताबिक मानव शरीर से हर घंटे 20 करोड़ से ज्यादा डेड स्किन सेल झड़ती हैं. इस हिसाब से 24 घंटे में आपके शरीर से सैकड़ों करोड़ डेड स्किन सेल झड़ जाती हैं. जिनका कुछ हिस्सा धूल में मिल जाता है.
ये पूरी तरह सच नहीं
ऐसे में कुछ लोगों के दिमाग में ये सवाल आ सकता है कि जिस धूल को हम झाड़ू से अपने घरों में साफ करते हैं, क्या वो पूरी तरह से डेड सेल होती हैं? लाइव साइंस वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार ये सिर्फ एक भ्रम है कि घर की धूल 100 फीसदी डेड स्किन सेल से बनी होती है.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि घर की धूल में बेहद छोटे कीड़े, उनके द्वारा पैदा की गई गंदगी, रेत या अन्य पदार्थों की धूल जो हवा में उड़ती है, जैसे घर में मौजूद आटा जो अक्सर लोगों के किचेन में मिल जाता है. वहीं जब हम घर की खिड़कियां और दरवाजे खोलते हैं तो भी धूल का आना स्वभाविक है. ऐसे में ये कहना कि हर सुबह घर से निकलने वाली धूल पूरी तरह डेड स्किन सेल है, वो गलत है.
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त्वचा की ये खास बात नहीं पता होगी
मानव शरीर से रोजाना जो करोड़ों स्किन सेल झड़ती हैं वो पानी के साथ बह जाती है या कपड़ों से चिपक जाती है. ऐसे में जब आप नहाते हैं या शेव करते हैं या बाहर से आने के बाद हाथ और मुंह धोते हैं तो ये डेड स्किन सेल्स शरीर से निकल जाती हैं. वैज्ञानिकों का ये भी कहना है कि इंसान के शरीर में प्राकृतिक रूप से तेल होता है जिसे स्क्वालेन (Squalane) कहते हैं. जो नेचुरल तरीके से चमड़ी को नम रखता है और उसे सूखने नहीं देता.