न्यूज डेस्क, अमर उजाला, एटा
Updated Fri, 18 Dec 2020 12:48 AM IST
पकड़े गए तीनों नाबालिग आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के एटा जिले में तीन नाबालिग छात्रों ने जल्द अमीर बनने की चाहत में अपराध की राह पकड़ ली। तीनों ने ‘पापा गैंग’ बनाया और अपने-अपने घरों से फरार हो गए। टूंडला में लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद जयपुर में नया ठिकाना बना लिया। इधर, परिजनों ने तीनों की गुमशुदगी दर्ज कराई। सर्विलांस के जरिए पुलिस ने तीनों को राजस्थान से पकड़ लिया। पूछताछ में तीन किशोरों ने चौंकाने वाली बातें बताई हैं।
23 नवंबर को ट्यूशन पढ़ने गए तीन नाबालिग छात्र अचानक लापता हो गए थे। परिजनों ने थाने में गुमशुदगी लिखाई थी। इनमें एक किशोर अपने साथ मोबाइल फोन लेकर गया था। उसने कुछ दिन मोबाइल बंद रखा, लेकिन जब मोबाइल हुआ तो एटा पुलिस को तीनों की लोकेशन राजस्थान के जयपुर में मिली। पुलिस टीम वहां रवाना हो गई और बुधवार देर रात तीनों को एटा लेकर आई। पुलिस ने पूछताछ की तो किशोरों ने चौंकाने वाले खुलासे किए।
पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि तीनों किशोरों ने स्कूल में पापा गैंग बनाया था। इस गैंग में संजय नगर, वर्मा नगर, श्याम बिहार कॉलोनी, श्रीनगर कॉलोनी, द्वारिकापुरी और यादव नगर के किशोरों को शामिल किया जा रहा था। ये तीनों जल्द ही धनवान बनने की लालसा में योजना बनाकर फरार हुए थे। इसी दौरान तीनों किशोरों की मुलाकात हर्षित मिश्रा से हुई। यह सोशल मीडिया के माध्यम से हथियारों का सौदा करता था।
हर्षित मिश्रा ने अपने एक अन्य साथी सामर्थ पुंढीर को कमीशन देकर हथियार सप्लाई कराने की जिम्मेदारी सौंप रखी थी। हर्षित मिश्रा और सामर्थ पुंढीर पुलिस के हत्थे चढ़ गए और उनके मोबाइल को खंगाला गया तो सोशल मीडिया एकाउंट मिला। लापता हुए तीनों किशोर के फोटो मिले। हर्षित मिश्रा और सामर्थ पुंढीर को जेल भेजने के बाद पुलिस तीनों किशोरों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने उनका नंबर सर्विलांस पर लगा दिया।
तीनों शातिर दिमाग किशोरों ने सामर्थ पुंढीर से हथियार खरीदने का सौदा तय किया था, लेकिन माल समय पर नहीं मिलने की वजह से बिना हथियारों के ही फरार हो गए। जिस दिन फरार हुए थे, उसी दिन टूंडला में एक बाइक और मोबाइल लूटा था। इसका मुकदमा दर्ज है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि पापा गैंग बनाने के बाद उसमें किशोरों को शामिल करने के लिए झांसा देते थे।
एएसपी राहुल कुमार ने बताया कि शहर से लापता हुए तीनों किशोर राजस्थान के जयपुर में मिले। तीनों शातिर हैं और फरार होने वाले दिन ही टूंडला में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। पूछताछ में तीनों ने ‘पापा गैंग’ बनाने की बात भी कबूली है। इस गैंग के बार में जांच की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के एटा जिले में तीन नाबालिग छात्रों ने जल्द अमीर बनने की चाहत में अपराध की राह पकड़ ली। तीनों ने ‘पापा गैंग’ बनाया और अपने-अपने घरों से फरार हो गए। टूंडला में लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद जयपुर में नया ठिकाना बना लिया। इधर, परिजनों ने तीनों की गुमशुदगी दर्ज कराई। सर्विलांस के जरिए पुलिस ने तीनों को राजस्थान से पकड़ लिया। पूछताछ में तीन किशोरों ने चौंकाने वाली बातें बताई हैं।
23 नवंबर को ट्यूशन पढ़ने गए तीन नाबालिग छात्र अचानक लापता हो गए थे। परिजनों ने थाने में गुमशुदगी लिखाई थी। इनमें एक किशोर अपने साथ मोबाइल फोन लेकर गया था। उसने कुछ दिन मोबाइल बंद रखा, लेकिन जब मोबाइल हुआ तो एटा पुलिस को तीनों की लोकेशन राजस्थान के जयपुर में मिली। पुलिस टीम वहां रवाना हो गई और बुधवार देर रात तीनों को एटा लेकर आई। पुलिस ने पूछताछ की तो किशोरों ने चौंकाने वाले खुलासे किए।
पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि तीनों किशोरों ने स्कूल में पापा गैंग बनाया था। इस गैंग में संजय नगर, वर्मा नगर, श्याम बिहार कॉलोनी, श्रीनगर कॉलोनी, द्वारिकापुरी और यादव नगर के किशोरों को शामिल किया जा रहा था। ये तीनों जल्द ही धनवान बनने की लालसा में योजना बनाकर फरार हुए थे। इसी दौरान तीनों किशोरों की मुलाकात हर्षित मिश्रा से हुई। यह सोशल मीडिया के माध्यम से हथियारों का सौदा करता था।
किशोरों तक ऐसे पहुंची पुलिस
हर्षित मिश्रा ने अपने एक अन्य साथी सामर्थ पुंढीर को कमीशन देकर हथियार सप्लाई कराने की जिम्मेदारी सौंप रखी थी। हर्षित मिश्रा और सामर्थ पुंढीर पुलिस के हत्थे चढ़ गए और उनके मोबाइल को खंगाला गया तो सोशल मीडिया एकाउंट मिला। लापता हुए तीनों किशोर के फोटो मिले। हर्षित मिश्रा और सामर्थ पुंढीर को जेल भेजने के बाद पुलिस तीनों किशोरों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने उनका नंबर सर्विलांस पर लगा दिया।
तीनों शातिर दिमाग किशोरों ने सामर्थ पुंढीर से हथियार खरीदने का सौदा तय किया था, लेकिन माल समय पर नहीं मिलने की वजह से बिना हथियारों के ही फरार हो गए। जिस दिन फरार हुए थे, उसी दिन टूंडला में एक बाइक और मोबाइल लूटा था। इसका मुकदमा दर्ज है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि पापा गैंग बनाने के बाद उसमें किशोरों को शामिल करने के लिए झांसा देते थे।
एएसपी राहुल कुमार ने बताया कि शहर से लापता हुए तीनों किशोर राजस्थान के जयपुर में मिले। तीनों शातिर हैं और फरार होने वाले दिन ही टूंडला में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। पूछताछ में तीनों ने ‘पापा गैंग’ बनाने की बात भी कबूली है। इस गैंग के बार में जांच की जा रही है।
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