न्यूज डेस्क, अमर उजाला, आगरा, Updated Sat, 19 Dec 2020 12:50 PM IST
ताजनगरी में ग्वालियर हाईवे किनारे सेवला खत्ताघर के पास से निकलने के लिए पहले नाक पर रुमाल रखना पड़ता था, लेकिन अब सूरत बदल रही है। खत्ताघर के कूड़े के पहाड़ समतल करके इन पर घास उगाई गई है। फूलों के पौधे भी लगाए जा रहे हैं। आसपास के लोग लंबे समय से इस खत्ताघर की दुर्गंध से परेशान थे। यहां कूड़ा निस्तारण के कार्य में लगी सक्षम कंस्ट्रक्शन फर्म के साथ स्थानीय लोगों ने भी मदद की। कूड़े से बनाई जाने वाली खाद पेड़ पौधों में काम आ रही है।