शेखपुरा19 मिनट पहले
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सिविल सर्जन द्रारा जारी किया गया आदेश
अक्सर विवादों में घिरे रहने वाले सिविल सर्जन डॉ. पृथ्वीराज एक बार फिर चर्चा में हैं। बताया जाता है कि दूसरे के अधिकार क्षेत्र में अतिक्रमण कर फ़र्ज़ी पत्र निकालकर हस्ताक्षर कर देते हैं और अपने मनोनुकूल काम को अंजाम देते है।
ताज़ा मामला एसीएमओ कार्यालय का है। एसीएमओ को जानकारी दिए बिना ही सिविल सर्जन ने अपने हस्ताक्षर कर पत्र जारी कर तीन पारा मेडिकल स्टाफ का तबादला कर दिया है। इस संबंध में एसीएमओ डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने या उनके हस्ताक्षर से उनके कार्यालय से पत्र निर्गत नहीं किया गया है। अगर ऐसा किसी ने किया है वह धोखाधड़ी का मामला बनता है।
बता दें कि एसीएमओ कार्यालय से तीन पारा मेडिकल स्टाफ वीरेंद्र कुमार चौधरी, राजिव कुमार एवं मनीष कुमार झा का तबादला संबंधी पत्र एसीएमओ कार्यालय से निर्गत किया गया है। उस पर एसीएमओ के हस्ताक्षर नहीं हैं। अब यह मामला जिलाधिकारी सावन कुमार तक पहुंच गया। जिस पर जिलाधिकारी ने जांच का आदेश दिया है।
इसके पूर्व भी शिक्षक नियोजन में मेडिकल रिपोर्ट बनाने में नाजायज वसूली एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी बनाए जाने पर लैपटॉप व मोबाइल मांग किए जाने की शिकायत मिलती रही है। इतना ही नहीं दबी जुबान में कई स्वास्थ्य कर्मी सीएस पर भयादोहन कर नजराने वसूलने का आरोप लगाते हैं।
एसीएमओ कार्यालय से पत्र निकालकर सिविल सर्जन द्वारा हस्ताक्षर कर पारा मेडिकल स्टाफ़ाओं का तबादला कर दिए जाने का मामला संज्ञान में आया है। जिसकी जांच कराई जा रही है। इस मामले में दोषी पाए जाने पर सिविल सर्जन के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
– सावन कुमार, जिलाधिकारी शेखपुरा