DNA with Sudhir Chaudhary: क्या मंगल पर सब कुशल मंगल नहीं है? पृथ्वी से लगभग 21 करोड़ 10 लाख 50 हजार किलोमीटर दूर मंगल ग्रह से आई तस्वीरें ऐसा ही कुछ बयां कर रही हैं. अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA द्वारा जारी की गई इन तस्वीरों में मंगल ग्रह पर चट्टानों के बीच एक रास्ता दिखाई दे रहा है, जिसे वैज्ञानिकों ने Doorway on Mars नाम दिया है. इसका अर्थ है, मंगल ग्रह पर मौजूद द्वार. Nasa के मुताबिक़ ये तस्वीरें उसके Curiosity Rover से ली गई हैं, जिसको लेकर तीन तरह की सम्भावनाएं जताई जा रही है.
मंगल ग्रह की तस्वीरों में कितनी सच्चाई
पहली बात ये कि हो सकता है कि ये कोई द्वार ना हो, बल्कि ये प्राकृतिक चट्टानों की कोई बनावट हो, जो किसी द्वार जैसी नज़र आ रही है. दूसरी बात ये कि हो सकता है कि ये मंगल ग्रह पर एलियंस द्वारा बनाया गया कोई रास्ता हो. तीसरी सम्भावना ये है कि इसी साल 4 मई को मंगल ग्रह पर भूकम्प आया था. इसलिए हो सकता है कि इस भूकम्प की वजह से इन चट्टानों में ऐसा रास्ता बन गया हो.
Curiosity Rover ने भेजी तस्वीरें
हमारे सौर मंडल में कुल 8 ग्रह मौजूद हैं, जिनमें मंगल ग्रह का स्थान चौथा है. वैसे तो आज से कुछ वर्षों पहले तक यही कहा जाता था कि सौर मंडल में कुल 9 ग्रह मौजूद हैं. लेकिन वर्ष 2006 में International Astronomical Union के एक विवादास्पद फैसले के बाद Pluto नाम के ग्रह से ये दर्जा छीन लिया गया और इस तरह ग्रहों की संख्या 8 रह गई. जिनमें Mars, Mercury के बाद दूसरा सबसे छोटा ग्रह है. Science की दुनिया में मंगल ग्रह को लेकर वैज्ञानिकों की दिलचस्पी कभी कम नहीं हुई. यही वजह है कि वर्ष 1960 में मंगल पर उपग्रह भेजने का जो सिलसिला शुरु हुआ था, वो आज भी जारी है. अभी मंगल ग्रह से जो Latest तस्वीरें आई हैं, वो Curiosity Rover ने भेजी गई हैं.
2012 में अमेरिका ने Curiosity को मंगल पर भेजा
वर्ष 2012 में अमेरिका ने Curiosity नाम के इस रोवर की MARS पर लैंडिंग कराई थी और ये अब भी काम कर रहा है. हालांकि विज्ञान की दुनिया में कहा जाता है कि अब ये उपग्रह बूढ़ा हो चुका है. और इसकी मदद के लिए नए उपग्रह मंगल ग्रह पर भेजे जा रहे हैं. Mars पर इस समय पांच देशों के उपग्रह मौजूद हैं. इनमें NASA का एक लैंडर Mars Insight और एक रोवर सतह पर मौजूद हैं. जबकि तीन Orbiter… मंगल की कक्षा में मौजूद हैं. यानी ये मंगल ग्रह के ऊपर चक्कर लगा रहे हैं
चीन का एक Rover मंगल ग्रह की सतह पर मौजूद
इनमें भारत का एक Orbiter मंगलयान One भी मौजूद है. ISRO ने ये मिशन 5 नवम्बर 2013 को लॉन्च किया था और उसे एक ही बार में इसमें कामयाबी भी मिल गई थी. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि भारत के इस मंगल मिशन पर सिर्फ 448 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. यानी इस मिशन के सफर की कीमत 11.5 रुपए प्रति किलोमीटर थी. ये ऑटो रिक्शा में बैठकर मंगल ग्रह तक पहुंचने के बराबर था. भारत के अलावा European Union के दो, चीन और UAE का एक एक Orbiter भी मंगल की कक्षा में मौजूद हैं. इसके अलावा चीन का एक Rover मंगल ग्रह की सतह पर मौजूद है.
यहां देखें VIDEO:
#DNA: मंगल ग्रह पर मिला नया दरवाज़ा! @sudhirchaudhary
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— Zee News (@ZeeNews) May 20, 2022