कानपुर20 मिनट पहले
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आईआईटी-कानपुर
आईआईटी-कानपुर जहां एक तरफ अपने इनोवेशन के लिए जाना जाता है वहीं कहीं कुछ कड़वे सच भी इस संस्थान के बारे में छुपे है। ताजा मामला यहां के छात्रों से जुड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार संस्थान के करीब 54 छात्रों को बर्खास्त कर दिया गया है। सभी 54 छात्रों को अनुशासनहीनता के चलते बर्खास्त किया गया है।
अनुशासनहीनता के चलते हुए बर्खास्त…
आईआईटी के एक सूत्र ने बताया की अनुशासनहीनता, अपने साथियों के साथ बुरा व्यवहार करने वाले और प्रोफेसरों से बदसलूकी करने वाले 54 छात्रों को बर्खास्त कर दिया गया है। इनमे से ज्यादातर छात्र बीटेक, एमटेक और पीएचडी के है।
क्या है पूरा मामला…
आईआईटी में हाल में सीनेट की एक बैठक हुई जिसमे बीटेक, बीएससी, एमएस, एमटेक और पीएचडी के कई छात्र कक्षाओं से अनुपस्थित चल रहे थे। कुछ ने नए सत्र के लिए पंजीयन तक नहीं कराया तो कई छात्रों ने बार बार रिमाइंडर के बाद भी फीस नहीं जमा की। छह ऐसे छात्र रहे जिनके खराब व्यवहार से आईआईटी के अन्य छात्र परेशान थे। कई बार उनके खिलाफ डीन स्टूडेंट वेलफेयर और डीन एकेडमिक वेलफेयर कार्यालय के पास पहले ही आ गई थी। ऐसे ही 54 छात्र बर्खास्त किये गए है।
बर्खास्त करने से पहले नोटिस भी जारी किया था…
इन सभी 54 छात्रों को सीनेट की बैठक में बर्खास्त किया गया है उनको इससे पहले नोटिस भी भेजा गया था। लेकिन छात्रों की तरफ से जब कोई जवाब नहीं आया तो संस्थान को यह निर्णय लेना पड़ा। भेजे गए नोटिस के बाद भी छात्रों के व्यवहार में कोई सुधार देखने को नहीं मिला। जब कोई जवाब नहीं मिला और नाही छात्र आये तो कार्रवाई करना ही आखरी फैसला था।
छात्रों को मिलेगा मौका…
इस बारे में जब भास्कर ने आईआईटी के निदेशक प्रो अभय करंदीकर बात की तो उन्होंने बताया कि, सीनेट के निर्णय के खिलाफ छात्र अपील कर सकते हैं। हमने सभी को पहले भी मौका दिया था लेकिन कोई आया। मैं अपने संस्थान में अनुशासनहीनता सहन नहीं कर सकता।